Sunday, May 19, 2024
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बंगाल की खाड़ी में आधी रात में भूकंप रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई तीव्रता

बंगाल में आया भूकंप जाने कब और कैसे

“भूकंप आज” बंगाल की खाड़ी में आधी रात सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।  इसे मापा गया रिएक्टर स्केल से तो इसकी तीव्रता 4.4 मेग्नीट्यूड बताया गया, इससे पहले भी भूकंप की तबाही देखी गई थी जिसमें 21 से ज्यादा लोग की मौत हो चुकी थी “ब्रेकिंग न्यूज़ अप” आपके साथ जुड़ा रहता है

अभी कुछ ही दिन पहले मोरक्को मे आई भूकंप 2100 से ज्यादा लोगों मौत के मुह मे चल गए । इससे ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे थे और दूसरी बंगाल की खाड़ी में रात सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए उसके बाद रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 मापी गई थी। नेशनल सीस्मोलॉजी के अनुसार रात 1:29:06 सेकंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप का केंद्र 70 किमी गहराई तक थी

भूकंप क्या है

भूकंप एक भू-वैज्ञानिक घटना है जिसमें पृथ्वी की सतह अचानक हिल जाती है. यह आमतौर पर पृथ्वी की परत में प्लेटों की टक्कर के कारण होता है. भूकंप के कारण कंपन हो सकते हैं, जो मकान और अन्य इमारतों को नुकसान पहुंचाती हैं. भूकंप विनाशकारी होता हैं। और कई लोगों की मौत का कारण बन सकता हैं. भूकंप से भूस्खलन, सुनामी और अन्य आपदाएं भी हो सकती हैं.

भूकंप कैसे मापी जाती है?

भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है. रिक्टर स्केल एक 10-बिंदु पैमाना है, जहां 1 सबसे कम तीव्रता वाला भूकंप है और 10 सबसे अधिक तीव्रता वाला भूकंप है. भूकंप की तीव्रता पृथ्वी की सतह पर भूकंप के केंद्र से दूरी के साथ घट जाती है.

भूकंप को आमतौर पर दो प्रकार में बांटा गया है

टेक्टोनिक भूकंप(Tectonic earthquake): ये भूकंप पृथ्वी की परत में प्लेटों की टक्कर के कारण होते हैं. प्लेटें पृथ्वी के बाहरी परत, या लिथोस्फीयर(lithosphere), के टुकड़े हैं. वे लगातार गति में रहते हैं और एक दूसरे से टकराते रहते हैं. जब वे टकराते हैं, तो वे कंपन पैदा करते हैं जो भूकंप का कारण बनते हैं.
वॉलकानिक भूकंप (Volcanic Earthquake): ये भूकंप ज्वालामुखियों के विस्फोट के कारण होते हैं. ज्वालामुखी विस्फोट के दौरान, पृथ्वी की परत में गैस और लावा निकलता है. यह कंपन पैदा करता है जो भूकंप का कारण बनता है.

इन दो मुख्य प्रकारों के अलावा, भूकंप को अन्य तरीकों से भी वर्गीकृत किया जा सकता है, जैसे कि:

तीव्रता: भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है. रिक्टर स्केल एक 10-बिंदु पैमाना है, जहां 1 सबसे कम तीव्रता वाला भूकंप है और 10 सबसे अधिक तीव्रता वाला भूकंप है.
गहराई: भूकंप की गहराई को हाइपोसेंटर की गहराई के रूप में जाना जाता है. हाइपोसेंटर वह स्थान है जहां भूकंप शुरू होता है.
अधिकेंद्र: अधिकेंद्र वह स्थान है जहां भूकंपीय तरंगें सबसे पहले पहुंचती हैं.
कंपन की अवधि: भूकंपीय कंपन की अवधि भूकंप की तीव्रता और गहराई से प्रभावित होती है.

“टेक्टोनिक भूकंप”

टेक्टोनिक भूकंप पृथ्वी की परत में प्लेटों की टक्कर के कारण होते हैं. पृथ्वी की परत में छह बड़ी प्लेटें हैं, जो लगातार गति में रहती हैं. ये प्लेटें एक-दूसरे से दूर जा सकती हैं, एक-दूसरे को पार कर सकती हैं या एक-दूसरे के खिलाफ टकरा सकती हैं. जब प्लेटें एक-दूसरे के खिलाफ टकराती हैं, तो वे एक-दूसरे को नीचे धकेलती हैं. यह कंपन पैदा करता है जो भूकंप का कारण बनता है.

टेक्टोनिक भूकंप आमतौर पर दुनिया के भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्रों में होते हैं, जैसे कि प्रशांत महासागर की रिंग ऑफ फायर, हिमालय और अल्जीरियाई बेसिन.

“वॉलकानिक भूकंप”

वॉलकानिक भूकंप ज्वालामुखियों के विस्फोट के कारण होते हैं. ज्वालामुखी विस्फोट के दौरान, पृथ्वी की परत में गैस और लावा निकलता है. यह कंपन पैदा करता है जो भूकंप का कारण बनता है.

वॉलकानिक भूकंप आमतौर पर ज्वालामुखी के आधार के पास होते हैं,लेकिन वे ज्वालामुखी के ढलान पर भी हो सकते हैं.

अन्य प्रकार के भूकंप: भूकंप के अन्य प्रकारों में शामिल हैं। 

  1. आणविक भूकंप: ये भूकंप परमाणु परीक्षणों के कारण होते हैं.
  2. खनन भूकंप: ये भूकंप भूमिगत खनन के कारण होते हैं.
  3. विस्फोट भूकंप: ये भूकंप भारी विस्फोटों के कारण होते हैं.
    इन भूकंपों की तीव्रता आमतौर पर कम होती है, लेकिन वे अभी भी विनाशकारी हो सकते हैं.

भूकंप किस प्रकार की आपदा है

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जिसे रोका नहीं जा सकता है. हालांकि, भूकंप के जोखिम को कम करने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं. इनमें शामिल हैं

  1. भूकंप-रोधी इमारतों का निर्माण करना.
  2. भूकंप से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना.
  3. भूकंप का अनुमान लगाने के लिए उपकरणों का उपयोग करना.
  4. यह भी महत्वपूर्ण है कि भूकंप के मामले में तैयार रहे. इसमें आपदा आपदा योजना बनाना और एक आपातकालीन किट रखना शामिल है.

भूकंप से बचाव कैसे करे ?

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जिसे रोका नहीं जा सकता है. हालांकि, भूकंप के जोखिम को कम करने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं.

  • भूकंप-रोधी इमारतों का निर्माण करना. भूकंप-रोधी इमारतें ऐसी इमारतें हैं जो भूकंप के झटकों का सामना करने में सक्षम होती हैं. इन इमारतों को विशेष रूप से डिज़ाइन किया जाता है ताकि वे भूकंप के दौरान क्षतिग्रस्त होने से बचा सकें.
  • भूकंप से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना. लोगों को भूकंप के बारे में शिक्षित करना महत्वपूर्ण है ताकि वे भूकंप के दौरान क्या करना है, इसके बारे में जान सकें. भूकंप से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कई तरीके हैं, जैसे कि स्कूलों और समुदायों में शिक्षा कार्यक्रम आयोजित करना.
  • भूकंप का अनुमान लगाने के लिए उपकरणों का उपयोग करना. भूकंप का अनुमान लगाने के लिए उपकरणों का उपयोग करके, लोगों को भूकंप के आने से पहले चेतावनी दी जा सकती है. यह लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का समय देता है.

यह भी महत्वपूर्ण है कि भूकंप के मामले में तैयार रहे. इसमें आपदा-आपदा योजना बनाए, और एक आपातकालीन व्यवस्था करना जरूरी है।

भूकंप के दौरान क्या करें

यदि आप भूकंप का अनुभव कर रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान दे ।

  1. यदि आप घर पर हैं, तो फर्श पर बैठ जाएं या दरवाजे के फ्रेम के नीचे खड़े हो जाएं.
  2. यदि आप बाहर हैं, तो खुले स्थान पर जाएं और पेड़ों, बिजली लाइनों और अन्य संरचनाओं से दूर रहें.
  3. यदि आप कार चला रहे हैं, तो कार को किनारे पर रोक दें, और खुले स्थान पर जाएं.

भूकंप के बाद क्या करें?

यदि आप भूकंप का अनुभव कर चुके हैं, तो निम्नलिखित बातों को ध्यान मे रखे:

  1. अपने आसपास के वातावरण के लिए जागरूक रहें.
  2. यदि आप किसी क्षतिग्रस्त इमारत में हैं, तो तुरंत बाहर निकलें.
  3. यदि आप मलबे में फंस गए हैं, तो मदद के लिए चिल्लाएं.
  4. अपने आप को और दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए उचित सावधानी बरतें.

भूकंप से बचाव के लिए कुछ अन्य उपाये ।

  1. अपने घर में सभी भारी फर्नीचर और अन्य वस्तुओं को सुरक्षित रूप से बांध दें.
  2. अपने घर में एक आपातकालीन से बचने के लिए व्ययस्था रखे। जिसमें भोजन, पानी, दवाएं और अन्य आवश्यक सामग्री शामिल हों.
  3. एक आपदा आपदा योजना बनाएं और अपने परिवार के साथ साझा करें.
  4. भूकंप के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए स्थानीय आपदा प्रबंधन एजेंसी से संपर्क करें.

भूकंप से नुकसान से क्या होता है 

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जो भारी नुकसान पहुंचा सकती है. भूकंप के कारण होने वाले नुकसान क्या है देखे

  1. मानवीय हानि: भूकंपों से कई लोगों की मौत हो सकती है. भूकंप से मलबे में दबने, चोट लगने या बिजली के झटके से लोगों की मौत हो सकती है.
  2. संपत्ति का नुकसान: भूकंप इमारतों, पुलों, सड़कों और अन्य संरचनाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं. यह आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है और लोगों के घरों और व्यवसायों को बेघर कर सकता है.
  3. पर्यावरणीय नुकसान: भूकंप भूस्खलन, सुनामी और अन्य आपदाओं का कारण बन सकते हैं. इन आपदाओं से पर्यावरण को भारी नुकसान हो सकता है.

भूकंप के कारण होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं. इसे देखे:

  1. भूकंप-रोधी इमारतों का निर्माण करना: भूकंप-रोधी इमारतें भूकंप के झटकों का सामना करने में सक्षम होती हैं. ये इमारतें विशेष रूप से डिज़ाइन की जाती हैं ताकि वे भूकंप के दौरान क्षतिग्रस्त होने से बचा सकें.
  2. भूकंप से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना: लोगों को भूकंप के बारे में शिक्षित करना महत्वपूर्ण है ताकि वे भूकंप के दौरान क्या करना है, इसके बारे में जान सकें. भूकंप से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए कई तरीके हैं, जैसे कि स्कूलों और समुदायों में शिक्षा कार्यक्रम आयोजित करना.
  3. भूकंप का अनुमान लगाने के लिए उपकरणों का उपयोग करना: भूकंप का अनुमान लगाने के लिए उपकरणों का उपयोग करके, लोगों को भूकंप के आने से पहले चेतावनी दी जा सकती है. यह लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का समय देता है.

भूकंप की परिभाषा क्या है?

भूकंप पृथ्वी की सतह के अचानक और तीव्र कंपन को भूकंप कहते हैं. यह पृथ्वी की परत में प्लेटों की गति के कारण होता है. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है. रिक्टर स्केल एक 10-बिंदु पैमाना है, जहां 1 सबसे कम तीव्रता वाला भूकंप है और 10 सबसे अधिक तीव्रता वाला भूकंप है.

भूकंप in English

Earthquake in English is “earthquake”.

भूकंप के कारण

भूकंप पृथ्वी की परत में प्लेटों की गति के कारण होता है. प्लेटें पृथ्वी के बाहरी परत, या लिथोस्फीयर, के टुकड़े हैं. वे लगातार गति में रहते हैं और एक दूसरे से टकराते रहते हैं. जब प्लेटें एक-दूसरे के खिलाफ टकराती हैं, तो वे एक-दूसरे को नीचे धकेलती हैं. यह कंपन पैदा करता है जो भूकंप का कारण बनता है. फॉलो करे 

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Authorhttps://breakingnewsup.com
मेरा नाम गोपाल कुमार है। breakingnewsup.com का founder हूँ। मैं Diploma Holder हूँ। Bangalore Electronic City, NTTF कॉलेज से, मैं न्यूज से काफी inspired रहता था। फिर मैं भी startup चालू किया न्यूज चैनल से, मैं 2018 से 23 तक इसी क्षेत्र मे काम कर रहा हूँ। यानि 6 साल का अनुभव है। मैं न्यूज वेबसाइट भी बनाता हूँ। आप अपने लिए खुद का वेबसाइट बनाने के लिए कांटेक्ट भी कर सकते हैं।

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